Share Market Me Pe Kya Hota Hai? Nifty का पी ई कैसे देखते हैं

P E को price-to-earnings ratio कहा जाता है. इसका सीधा मतलब है कि निवेशक को शेयर मार्केट से ₹ 1 कमाने के लिए कितना निवेश करना होगा.

Price to earnings ratio in hindi
प्राइस टू अर्निंग्स रेशियो का उदाहरण

P/E Ratio को शेयर मार्केट का सबसे बड़ा इंडिकेटर कहा जाता है. पीई मूल्यांकन से आप को पता चल जाएगा की मौजूदा समय शेयर मार्केट में निवेश करने से आपको कितना फायदा या नुकसान हो सकता है. 

अक्सर लोगों के मन में एक प्रश्न होता है की, शेयर मार्केट में कितने रुपए से ट्रेडिंग करने पर कितना रुपए कमा सकते हैं? इस प्रश्न का भी आपको सही उत्तर पीई रेश्यो देगा. 

P/E Ratio को आप वैल्यू फॉर मनी से कंपेयर कर सकते हैं

मान लीजिए कि बिल्डिंग-A का दाम 1 लाख रुपया है, अगर इस बिल्डिंग को किराए पर लगाए तो  ₹  1500 महीने मिलता है. दूसरा बिल्डिंग-B 1.5 लाख रुपया है अगर इस बिल्डिंग को किराए पर लगाएं तो इसका किराया  ₹  2000 आता है. 

  • Value for money A = 100000/1500 = 66.66
  • Value for money B = 150,000/2000 = 75.

बिल्डिंग – A से ₹1 किराया कमाने के लिए आपको 66.66 निवेश करना होगा. बिल्डिंग – B से  ₹1 किराया कमाने के लिए आपको 75 निवेश करना होगा. निवेशक के हिसाब से बिल्डिंग A में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद है.

वैल्यू फॉर मनी का कंसेप्ट को आप price-to-earnings (pe) इसी प्रकार से अप्लाई कर सकते हैं. 

P/E Ratio क्या होता है? 

मूल्य-आय अनुपात (पीई अनुपात) एक कंपनी के शेयर की कीमत और प्रति शेयर आय के बीच का संबंध बताता है. क्या मौजूदा समय शेयर मार्केट आपको मुनाफा देने के लिए तैयार हैं? 

पीई अनुपात निवेशकों को कंपनी की कमाई की तुलना में शेयर के बाजार मूल्य का आकलन करने में मदद करता है. सरल शब्दों में, आपको यह पता चल जाता है कि कंपनी की पिछली और भविष्य की कमाई के आधार पर बाजार स्टॉक के लिए कितना फायदा दे सकता है. 

पीई रेशियो को कैसे कैलकुलेट करते हैं?

पीई अनुपात = प्राइस प्रति शेयर / अर्निंग प्रति शेयर

पीई अनुपात = करंट मार्केट वैल्यू प्रति शेयर / अर्निंग प्रति शेयर.

प्राइस प्रति शेयर को करंट मार्केट वैल्यू प्रति शेयर भी कहा जाता है. इसे आप ट्रेडिंग के समय किसी भी शेयर को खरीदते समय देखते हैं, जो शेयर का करंट प्राइस होता है. 

अर्निंग प्रति शेयर (Earnings Per Share – EPS) वैल्यू आप कंपनी के बैलेंस शीट में देख सकते हैं. या आप इसको इस फार्मूले से निकाल सकते हैं. 

अर्निंग प्रति शेयर = नेट इनकम / अवेलेबल शेयर. 

पीई रेशियो वैल्यू का क्या मतलब होता है? 

मान लीजिए कि कंपनी A करंट मार्केट वैल्यू प्रति शेयर ₹ 150 है और अर्निंग प्रति शेयर ₹10 है. 

पीई अनुपात = करंट मार्केट वैल्यू प्रति शेयर / अर्निंग प्रति शेयर 

पीई अनुपात = ₹150 / ₹10 = 15. 

15 पीई अनुपात का सीधा मतलब – कंपनी का जो नेट इनकम है उसका आप 15 गुना ज्यादा वैल्यू शेयर में देना चाहते हैं. 

High पीई वैल्यू का क्या मतलब है? 

उच्च पी.ई अनुपात का मतलब यह हो सकता है कि किसी कंपनी का स्टॉक अधिक मूल्यवान है, या फिर निवेशक भविष्य में उच्च विकास दर की उम्मीद कर रहे हैं.

Low पीई वैल्यू का क्या मतलब है? 

निम्न पी.ई अनुपात का मतलब यह हो सकता है कंपनी का वर्तमान में कम मूल्यांकन किया जा सकता है या कंपनी अपने पिछले रुझानों के सापेक्ष असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रही है. 

पीई वैल्यू को हमेशा ग्रोथ रेट के हिसाब से मूल्यांकन करें 

प्राइस टू अर्निंग्स रेशियो का उदाहरणयह सही बात है कि पीई अनुपात शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए एक बड़ा इंडिकेटर है. इसका मूल्यांकन एक प्रकार के कंपनी के शेयर खरीदने के लिए किया जाता है. आप किसी समूह के पीयर कंपनी को जब मूल्यांकन करते हैं तो उस समय आप पीई वैल्यू को एनालिसिस कर सकते हैं.

आप जैसा की चित्र में देख रहे हैं आपके लिए चार कंडीशन लिखे गए हैं, जिसके एनालिसिस से आपको साफ पता चल रहा होगा कि जिस कंपनी का पीई वैल्यू हाई है एवं ग्रोथ रेट भी ज्यादा है उस पर इन्वेस्ट करना ज्यादा अच्छा है. 

Nifty का पीई कैसे चेक करते हैं? 

चेक करना आज के समय बहुत ही आसान है किंतु मूल्यांकन करना आज भी एक मुश्किल काम माना जाता है. सही मूल्यांकन करने के लिए आपको ऊपर बताए गए सभी कंसेप्ट को बहुत ही ध्यान से पढ़ने के बाद अप्लाई भी करना होगा. 

निफ्टी में पीई चेक करने के कुछ आसान स्टेप हैं जिसे आप अपना करके चेक कर सकते हैं. 

  • सबसे पहले आप इस यूआरएल को ओपन कर लीजिए. 
  • पीई सेक्सन सेलेक्ट कर लीजिए.
  • जिस index का चेक करना चाहते हैं उसे सेलेक्ट कर लीजिए
  • जिस टाइम पीरियड के लिए चेक करना चाहते हैं उसको फील कर लीजिए. 
  • P/E या P/B या Div Yield या All जो पसंद हो उसको टीक कर लीजिए
  •  GET DATA क्लिक कीजिए और रिजल्ट आपके सामने होगा. 

Conclusion Points

शेयर मार्केट में PE क्या होता है और निफ्टी के वेबसाइट पर किस प्रकार pe ratio चेक करते हैं यह आपने इस आर्टिकल से सीखा होगा. अगर आपको इससे संबंधित अन्य कोई भी प्रश्न पूछना हो तो आप पूछ सकते हैं. कृपया कमेंट में जरूर लिखें.

अगर आप शेयर मार्केट में शुरुआत करना चाहते हैं तो अपना प्लानिंग कुछ इस प्रकार करना चाहिए कि आप कम से कम जोखिम में ज्यादा से ज्यादा कमा पाए.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर

What is PE ratio in share market?

Answer: PE ratio is the price-to-earnings ratio, calculated by dividing the stock price by earnings per share (EPS).

For example, if the stock price is ₹30 and the EPS is ₹1, the PE ratio is 30.

It’s a useful tool for stock valuation but should be combined with other factors like growth prospects and balance sheet before making investment decisions.

2. शेयर बाजार में पीबी अनुपात क्या है?

Answer: पीबी अनुपात (Price-to-Book ratio) यह दर्शाता है कि स्टॉक का मूल्यांकन कितना है। इसे शेयर की बाजार मूल्य को बुक वैल्यू से विभाजित करके निकाला जाता है।

उच्च पीबी अनुपात का मतलब है कि स्टॉक अधिक मूल्यवान है, और कम पीबी अनुपात का मतलब है कि स्टॉक सस्ता हो सकता है।

3. Industry का PE ratio क्या होता है?

Answer: Industry PE ratio बताता है कि एक उद्योग की कंपनियों की औसत आय के मुकाबले निवेशक कितना भुगतान करने को तैयार हैं।

यदि औसत PE 20 है, तो इसका मतलब है कि स्टॉक्स महंगे नहीं हैं, जबकि 30 का PE उच्च माना जाता है, जैसे कि हेल्थकेयर उद्योग।

4. PE ratio meaning क्या होता है?

Answer: PE ratio स्टॉक की कीमत को प्रति शेयर आय से विभाजित करके निकाला जाता है।

यह निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि कंपनी के प्रत्येक रुपये के लिए कितना भुगतान किया जा रहा है।

5. शेयर मार्केट कल कैसा रहेगा?

Answer: शेयर बाजार भविष्यवाणी करना कठिन है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे आर्थिक स्थिति, राजनीतिक स्थिरता, और प्राकृतिक आपदाएं।

अगर आज बाजार अच्छा कर रहा है, तो कल भी अच्छा होने की संभावना है।

6. शेयर मार्केट कैसे सीखे?

Answer: शुरू करने से पहले, शेयर बाजार को समझना जरूरी है। आप ऑनलाइन या किताबों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

छोटे निवेश से शुरुआत करें और सिम्युलेटर का उपयोग करके वास्तविक बाजार के अनुभव को समझें।

7. सबसे अच्छा PE ratio कितना होता है?

Answer: कोई “सर्वश्रेष्ठ” PE ratio नहीं है क्योंकि यह कंपनी और उद्योग के आधार पर बदलता है।

आमतौर पर, 20 से 25 का PE ratio सामान्य माना जाता है, लेकिन एक उच्च या कम PE का मतलब अलग-अलग हो सकता है, जैसे एक कंपनी की विकास क्षमता का संकेत।

8. PE ratio का ज्यादा या कम होना अच्छा होता है?

Answer: इसका जवाब स्थिति पर निर्भर करता है। कम PE अनुपात से यह संकेत मिल सकता है कि कंपनी का मूल्यांकन नहीं हुआ है, जिससे आगे बढ़ने का अवसर मिल सकता है।

उच्च PE अनुपात भविष्य में उच्च विकास का संकेत दे सकता है, लेकिन जोखिम भी अधिक हो सकता है।

9. Nifty का PE ratio क्या होता है?

Answer: निफ्टी का PE ratio बताता है कि निवेशक निफ्टी की कंपनियों की प्रति रुपये की कमाई के लिए कितना भुगतान करने को तैयार हैं।

उदाहरण के लिए, सितंबर 2023 में निफ्टी का PE ratio 33.62 था, जो उच्च उम्मीदों और जोखिम का संकेत देता है।

10. ROE क्या है?

Answer: ROE (Return on Equity) एक माप है जो बताता है कि कंपनी अपने शेयरधारकों द्वारा लगाए गए धन से कितना लाभ कमा रही है। एक उच्च ROE का मतलब है कि कंपनी अच्छा मुनाफा कमा रही है।

11. शेयर बाजार में EPS क्या होता है?

Answer: EPS (Earnings Per Share) एक प्रमुख मीट्रिक है जो बताता है कि कंपनी ने प्रति शेयर कितना लाभ कमाया। उच्च EPS वाली कंपनियां आमतौर पर अधिक लाभकारी होती हैं और निवेशकों के लिए आकर्षक होती हैं।

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

close